धूप से स्वस्थ आंखें: बच्चों के लिए प्रकृति का अनमोल उपहार
Eye Care Tips for Children: घर के बड़े-बुजुर्ग हमेशा बच्चों को धूप दिखाने की सलाह देते हैं। क्योंकि सूरज की रोशनी हमें कई तरह की बीमारियों से बचाती हैं।
Eye Care Tips for Children: हमारे देश में प्रकृति से जुड़ी कई ऐसी चीजे हैं जिसे सेहत के लिए जरूरी माना जाता है। जिससे हमारे शरीर को कई सकारत्मक लाभ भी मिलते हैं। ठीक ऐसे ही सूरज की किरणों से भी हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं। घर के बड़े-बुजुर्ग हमेशा बच्चों को धूप दिखाने की सलाह देते हैं। क्योंकि सूरज की रोशनी हमें कई तरह की बीमारियों से बचाती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अधिक मात्रा में सूरज की रोशनी से बच्चों की आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छी हो सकती है? यह केवल बच्चों ही नहीं बल्कि बड़ों के लिए भी काफी फायदेमंद है।
इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए बाल नेत्र विभाग के डॉक्टरों ने दिल्ली के एक निजी स्कूल के और सरकारी स्कूल के तीन हजार बच्चों पर इसका अध्यन किया। जिसके जरिए ये पता लगाने की कोशिश की गई की सूरज की रोशनी का असर बच्चों की आंखो पर किस तरह पड़ता हैं। इसके लिये बच्चों को दो हिस्सों में बाँटा गया। इनमे से एक ग्रुप के बच्चों की जीवन शैली सामान्य रखी गयी वही दूसरी तरफ दूसरे समूह के बच्चो को दिन मे आधा घंटे और सप्ताह में पांच दिन कमरे से बाहर ले जा कर बैठाया गया।
इस काम को दो साल तक किया गया। इसके साथ बच्चों पर होने वाले स्वास्थ्य के बदलाव पर भी नज़र रखा जाता रहा। वहीं जब इस अध्यन को करते हुए तीन साल पूरे हो गए तो सभी बच्चों का परिक्षण किया गया। इस परिक्षण में पाया गया की कमरे मे रहने वाले बच्चो की तुलने में जो बच्चे आधे घंटे धूप या सूरज की रोशनी में रहे, उनकी आंखें बंद कमरे में रहने वाले बच्चों के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ पाई गई। इसके साथ ही बच्चों में आखों में होने वाली परेशानियां भी कम हो गई। इस शोध से पता चला कि सूरज की रोशनी की मदद से आंखों में होने वाले दृष्टिदोष को रोका या स्थिर किया जा सकता है। ऐसे में अगर बच्चे दो घंटे सूरज की रोशनी में रहते हैं तो उनकी आंखों में दृष्टि दोष होने की आशंका कम हो जाती है।
क्या होते ही आंखो की बीमारी के लक्षण ?
- आंखो से लगातार पानी आना।
- बार बार आंखो को मलना।
- दूर से शब्द ठीक से ना दिखाई देना।
- बार बार आंखो को छोटा करना।
आखों की बीमारी से कैसे बचे?
- बच्चे खेलने के लिये बाहर सूरज की रोशनी मे जरुर जाये।
- बच्चें को कम से कम फ़ोन का यूज करने दें ।
- पढ़ाई के समय आंखो को बीच में आराम दे।
- कम रोशनी में ना पढ़ाएं।
- किताबों से उचित दूरी बना कर पढ़े ।